रविवार, 2 अक्तूबर 2011

फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी

मेरी कार है जापानी, मेरी पैंट इंगलिस्तानी,
मूछें मेरी हिटलर कट हैं फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी !
स्वीटजरलैंड की हाथ घड़ी है, कोरिया की टी वी पडी है,
सूट पहिनता इटली की, चाय चायना कीटली की,
स्पेन की शर्ट पहिनता अमेरिका की नेकर,
खाट, कुर्सी सोफे मेरे सारे हैं फारेन मेकर,
मंत्री सारे देशी हैं पर विदेशी रानी,
सूरत है चाहे अनजानी, मतदाताओं को हैरानी,
मूंछे मेरी हिटलर कट हैं फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी !
सडकों पर तो भीड़ बड़ी है,
नेताओं की लाईन खडी है,
सबको अपनी अपनी पडी है,
बिन पीये ही जाम चढी है,
भ्रष्टाचार में अगवा मंत्री
रिश्वतखोरी करते संतरी,
ये सब काले धन के रोगी,
इनसे भिड़ाने आए जोगी,
पुलिस ने फिर मारे डंडे,
रामदेव जी पद गए ठन्डे,
कहने लगे मुझको हैरानी, थे कल तक मेरे आसामी,
सूट चुनरी नारी की थी, फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी !
मेरी कार .....
मनमोहन अंधा बन जाए, जब सोनिया आँख दिखाए,
फिर मंत्री करते घोटाला,
पहिन गले हीरों की माला,
कलमाडी ने शीला मोदी,
घोटाला दोनों की जोड़ी,
करूणानिधि की प्यारी बेटी,
भ्रष्टाचार में सबसे जेठी,
ए राजा ने मारी छलांग
कदम पद गया थोड़ा रांग,
फिर तिहाड़ में आ के पड़े,
हो न सके वे फिर से खड़े !
यहाँ सूरत जानी पहिचानी, कुछ रा हैं कुछ हैं रानी,
मूंछे मेरी हिटलर कट हैं, फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी !

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