बुधवार, 23 फ़रवरी 2011

आर्नव के जन्म दिन पर


सदा भवानी दायिनी गौरी पुत्र गणेश, पंच देव रक्षा करे ब्रह्मा विष्णु महेश ! सोलह फ़र्वरी दो हजार ग्यारह खुश चारों दिगपाल, आरनव को हो गए आज पूरे दो साल ! आसमान मुस्करा रहा बरसाया उसने पानी, भंवरे गुन गुन सुना रहे फूलों को मधुर कहानी ! वसंत ऋतु अब आगई खिल गए हैं फूल, पवन देवता खुश हुए उड़ गयी सारी धूल ! सोई धरती जाग गयी सरदी हो गयी दूर, कुदरत ने करवट बदली हो करके मजबूर ! हुई पूजा और आरती आर्शिया फूदक रही, जन्म दिन मेरे भया का और का नहीं ! उचल कूद मचाते बच्चे मचा रहे हैं शोर, आरनव बीच में ताज लगाए बच्चे चारों ओर ! कहते सारे एक स्वर से आर्नव हैप्पी बर्थ डे, फोन करता आत्रेय वेदू नीतिका और श्रेय ! ताऊ ताई भय्या करण देते हैं आशीश, बल विद्या बुद्दी उम्र बढे सहायक हो जगदीश ! नाना नानी दादा दादी मिलकर बजाएं ताली, फूलों से लदी हुई है हिलती डाली डाली ! इस हल चल में आरनव ने काट दिया है केक, जो तमाशा कहीं न देखा यहाँ आकर देख ! केक बंट रहा सारे बच्चे बनालो एक क्यू, जोर से फिर मिलकर बोलो आर्नव हैप्पी बर्थ डे टू यूं !